लोमड़ी और कौवा

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लोमड़ी और कौवा

लोमड़ी और कौवा

एक बार की बात है, हरे-भरे जंगल में एक चालाक लोमड़ी भोजन की तलाश में घूम रही थी। एक सुबह, उसने एक कौवे को ऊँची शाखा पर बैठे देखा, जिसकी चोंच में पनीर का एक टुकड़ा था। लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया और उसने पनीर हासिल करने की योजना बनाई।

"सुप्रभात, सुंदर कौवे!" लोमड़ी ने पुकारा। "आज तुम कितने शानदार दिख रहे हो! तुम्हारे पंख सबसे बेहतरीन काले रंग की तरह चमक रहे हैं। निश्चित रूप से, तुम्हारी आवाज भी उतनी ही अद्भुत होगी। मैं तुम्हारा गाना सुनकर सम्मानित महसूस करूंगा।"

लोमड़ी की प्रशंसा सुनकर कौवा फूला नहीं समाया। उसने पहले कभी ऐसी तारीफ नहीं सुनी थी और अपने गायन कौशल को दिखाने की तीव्र इच्छा महसूस की। उसने अपनी चोंच खोली और जोर से कांव-कांव करने लगा, पनीर को भूलते हुए। पनीर नीचे गिर पड़ा, और लोमड़ी ने उसे तुरंत उठा लिया।

"धन्यवाद, प्रिय कौवे," लोमड़ी ने मुस्कुराते हुए कहा। "तुम्हारी आवाज सुंदर है, लेकिन पनीर के बिना और भी सुंदर लगती है।"

यह महसूस करते हुए कि उसे मूर्ख बनाया गया है, कौवा शर्मिंदा हुआ। लोमड़ी अपने भोजन का आनंद लेते हुए चली गई, जबकि कौवा चुपचाप बैठा रहा, उस सबक पर विचार करता रहा जो उसने सीखा था: चापलूसी से सावधान रहो, क्योंकि यह अक्सर एक जाल हो सकता है।

यहाँ कहानी "लोमड़ी और कौवा - चापलूसी के खतरे की कहानी" पर आधारित 10 रिक्त स्थान भरने के प्रश्न हैं:

1. लोमड़ी ने कौवे को ऊँची ________ पर बैठे देखा।

2. कौवे की चोंच में ________ का एक टुकड़ा था।

3. लोमड़ी ________ पाना चाहती थी।

4. लोमड़ी ने कौवे को ________ कहकर पुकारा।

5. लोमड़ी ने कौवे के ________ की प्रशंसा की।

6. लोमड़ी ने कौवे से ________ के लिए कहा।

7. लोमड़ी की प्रशंसा सुनकर कौवा ________ हो गया।

8. जब कौवे ने अपनी चोंच खोली, तो पनीर ________ गया।

9. लोमड़ी ने पनीर ________ लिया।

10. कौवे ने सीखा कि ________ से सावधान रहना चाहिए।

उत्तर: 1. शाखा, 2. पनीर, 3. पनीर, 4. सुंदर, 5. पंख, 6. गाने, 7. फूला, 8. गिर, 9. उठा, 10. चापलूसी

यहाँ कहानी "लोमड़ी और कौवा - चापलूसी के खतरे की कहानी" पर आधारित 10 मिलान के प्रश्न दिए गए हैं:

स्तंभ A:

1. चालाक लोमड़ी

2. ऊँची शाखा

3. पनीर का टुकड़ा

4. सुंदर कौवा

5. चमकते पंख

6. गाना गाने की चाह

7. पनीर गिरना

8. लोमड़ी का उठाना

9. चापलूसी

10. सीखा गया सबक

स्तंभ B:

A. प्रशंसा से खुश होना

B. दुग्ध उत्पाद

C. धोखे से खाने की योजना

D. पेड़ का हिस्सा

E. मौखिक जाल

F. मुंह में पानी आना

G. सुंदर काला रंग

H. भोजन के लिए चुराना

I. गायन की प्रतिभा दिखाना

J. सतर्क रहने की सीख

उत्तर: 

1. चालाक लोमड़ी - C. धोखे से खाने की योजना

2. ऊँची शाखा - D. पेड़ का हिस्सा

3. पनीर का टुकड़ा - B. दुग्ध उत्पाद

4. सुंदर कौवा - A. प्रशंसा से खुश होना

5. चमकते पंख - G. सुंदर काला रंग

6. गाना गाने की चाह - I. गायन की प्रतिभा दिखाना

7. पनीर गिरना - F. मुंह में पानी आना

8. लोमड़ी का उठाना - H. भोजन के लिए चुराना

9. चापलूसी - E. मौखिक जाल

10. सीखा गया सबक - J. सतर्क रहने की सीख

 

बिल्कुल, यहाँ कहानी "लोमड़ी और कौवा - चापलूसी के खतरे की कहानी" पर आधारित 10 मौखिक प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

प्रश्न:1. लोमड़ी को कौवे में दिलचस्पी क्यों थी?

उत्तर:  लोमड़ी को कौवे में दिलचस्पी थी क्योंकि उसकी चोंच में पनीर का एक टुकड़ा था।

प्रश्न:2. जब लोमड़ी ने कौवे को देखा, तो वह कहाँ बैठा था?

उत्तर: कौवा ऊँची शाखा पर बैठा था।

प्रश्न:3. लोमड़ी ने पनीर पाने के लिए क्या योजना बनाई?

उत्तर: लोमड़ी ने कौवे की चापलूसी करके और उसे गाने के लिए मना कर पनीर पाने की योजना बनाई।

प्रश्न:4. लोमड़ी ने कौवे की प्रशंसा में क्या कहा?

उत्तर:  लोमड़ी ने कौवे से कहा कि वह सुंदर है और उसके पंख सबसे बेहतरीन काले रंग की तरह चमक रहे हैं।

प्रश्न:5. लोमड़ी की प्रशंसा सुनकर कौवे ने कैसे प्रतिक्रिया दी?

उत्तर:  कौवा लोमड़ी की प्रशंसा सुनकर फूला नहीं समाया और उसने अपनी गायन प्रतिभा दिखाने की इच्छा जताई।

प्रश्न:6. जब कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली, तो क्या हुआ?

उत्तर:  जब कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली, तो पनीर गिर गया।

प्रश्न:7. पनीर गिरने के बाद लोमड़ी ने क्या किया?

उत्तर:  लोमड़ी ने तुरंत पनीर उठा लिया और उसे खा लिया।

प्रश्न:8. इस घटना से कौवे ने क्या सबक सीखा?

उत्तर:  कौवे ने सीखा कि चापलूसी खतरनाक और धोखेबाज हो सकती है।

प्रश्न:9. लोमड़ी ने कौवे को विशेष महसूस कराने के लिए उसे कैसे संबोधित किया?

उत्तर:  लोमड़ी ने कौवे को "सुंदर" कहकर और उसकी उपस्थिति और आवाज की प्रशंसा करके उसे विशेष महसूस कराया।

प्रश्न:10. कहानी का नैतिक क्या है?

उत्तर: कहानी का नैतिक है कि चापलूसी से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि यह अक्सर एक जाल हो सकता है।

 

बिल्कुल, यहाँ कहानी "लोमड़ी और कौवा - चापलूसी के खतरे की कहानी" पर आधारित 10 विस्तृत प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

प्रश्न:1. लोमड़ी को कौवे में दिलचस्पी क्यों थी और उसने क्या योजना बनाई?

उत्तर:  लोमड़ी को कौवे में दिलचस्पी थी क्योंकि कौवे की चोंच में पनीर का एक टुकड़ा था। लोमड़ी ने यह योजना बनाई कि वह कौवे की चापलूसी करके उसे गाने के लिए मना लेगी, ताकि जब कौवा गाने के लिए अपनी चोंच खोले तो पनीर गिर जाए और वह पनीर उठा ले।

प्रश्न:2. लोमड़ी ने कौवे की प्रशंसा में क्या कहा और उसका उद्देश्य क्या था?

उत्तर:  लोमड़ी ने कौवे से कहा, "सुप्रभात, सुंदर कौवे! तुम्हारे पंख सबसे बेहतरीन काले रंग की तरह चमक रहे हैं। निश्चित रूप से, तुम्हारी आवाज भी उतनी ही अद्भुत होगी। मैं तुम्हारा गाना सुनकर सम्मानित महसूस करूंगा।" इसका उद्देश्य कौवे को खुश करके उसे गाने के लिए प्रेरित करना था, ताकि वह पनीर गिरा दे।

प्रश्न:3. कौवे ने लोमड़ी की प्रशंसा पर कैसे प्रतिक्रिया दी और उसने क्या किया?

उत्तर:  कौवा लोमड़ी की प्रशंसा सुनकर फूला नहीं समाया। उसने पहले कभी इतनी तारीफ नहीं सुनी थी और उसे अपनी गायन प्रतिभा दिखाने की तीव्र इच्छा हुई। उसने अपनी चोंच खोली और जोर से कांव-कांव करने लगा, जिससे पनीर नीचे गिर पड़ा।

प्रश्न:4. जब कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली, तो क्या हुआ?

उत्तर:  जब कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली, तो पनीर का टुकड़ा नीचे गिर गया। यह वही था जो लोमड़ी चाहती थी।

प्रश्न:5. लोमड़ी ने पनीर गिरने के बाद क्या किया?

उत्तर: पनीर गिरते ही लोमड़ी ने उसे तुरंत उठा लिया और उसे खाने लगी। लोमड़ी की योजना सफल हो गई थी।

प्रश्न:6. इस घटना के बाद कौवा कैसा महसूस कर रहा था और उसने क्या सीखा?

उत्तर:  इस घटना के बाद कौवा खुद को मूर्ख महसूस कर रहा था और बहुत शर्मिंदा था। उसने सीखा कि चापलूसी खतरनाक और धोखेबाज हो सकती है और इससे बचना चाहिए।

प्रश्न:7. लोमड़ी ने कौवे को विशेष महसूस कराने के लिए उसे कैसे संबोधित किया?

उत्तर: लोमड़ी ने कौवे को "सुंदर कौवा" कहकर और उसके पंखों की चमक की तारीफ करके उसे विशेष महसूस कराया। लोमड़ी ने कौवे की आवाज की भी तारीफ की और उसे गाने के लिए प्रेरित किया।

प्रश्न:8. इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है?

उत्तर:  इस कहानी का मुख्य संदेश है कि चापलूसी से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि यह अक्सर एक जाल हो सकता है। हमें दूसरों की प्रशंसा पर आसानी से भरोसा नहीं करना चाहिए, खासकर जब उनके पास हमारे लिए कोई स्वार्थी उद्देश्य हो।

प्रश्न:9. लोमड़ी की योजना सफल कैसे हुई और उसने इससे क्या लाभ उठाया?

उत्तर:  लोमड़ी की योजना सफल हुई क्योंकि उसने कौवे की चापलूसी करके उसे गाने के लिए मना लिया। जब कौवे ने गाने के लिए अपनी चोंच खोली, तो पनीर गिर पड़ा और लोमड़ी ने तुरंत उसे उठा लिया और खा लिया। इससे लोमड़ी को मुफ्त में भोजन मिल गया।

प्रश्न:10. कहानी के अंत में कौवे की स्थिति क्या थी और उसने अपनी गलती से क्या सीखा?

उत्तर:  कहानी के अंत में कौवा खुद को मूर्ख और धोखा खाया हुआ महसूस कर रहा था। उसने सीखा कि चापलूसी पर भरोसा नहीं करना चाहिए और सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि चापलूसी का इस्तेमाल अक्सर धोखाधड़ी के लिए किया जाता है। उसने यह सबक लिया कि उसे भविष्य में अधिक सतर्क और समझदार रहना होगा।

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