मोर और सारस

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मोर और सारस

मोर और सारस

एक खूबसूरत मोर एक दिन झील के किनारे एक सारस से मिला। अपनी चमकती हुई पंखों को सूरज की रोशनी में झिलमिलाते हुए देख, मोर अपने रंग-बिरंगे और शानदार रूप से बहुत गर्वित था। साधारण, सफेद सारस को देखकर, मोर अपनी सुंदरता की डींग मारने से खुद को रोक नहीं पाया।

"मेरे पंखों को देखो," मोर ने गर्व से कहा, उन्हें फैला कर दिखाते हुए। "देखो कैसे वे चमकते और दमकते हैं? तुम्हारे पास तो केवल फीके, सफेद पंख हैं। तुम मेरी तुलना कैसे कर सकते हो?"

सारस ने धैर्यपूर्वक सुना और फिर उत्तर दिया, "तुम्हारे पंख वास्तव में सुंदर हैं, और वे सभी का ध्यान आकर्षित करते हैं। लेकिन वे भारी हैं और तुम्हें नीचे की ओर खींचते हैं। मेरे पंख भले ही रंगीन न हों, लेकिन वे हल्के और मजबूत हैं। वे मुझे आकाश में ऊँचा उड़ने और दुनिया को ऊपर से देखने की अनुमति देते हैं। क्या तुम्हारे पंख ऐसा कर सकते हैं?"

मोर चुप हो गया। उसे एहसास हुआ कि उसके पंख भले ही शानदार हों, लेकिन उनकी सुंदरता के अलावा उनका कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं था। जबकि सारस, भले ही देखने में साधारण था, उड़ान का उपहार रखता था, जो कहीं अधिक मूल्यवान था।

मोर और सारस की कहानी हमें सिखाती है कि आंतरिक गुण और क्षमताएं अक्सर बाहरी दिखावे से अधिक महत्वपूर्ण होते हैं, और हमें सतही सुंदरता की बजाय वास्तविक मूल्य की सराहना करनी चाहिए।

बिलकुल, यहाँ "मोर और सारस: आंतरिक गुणों की महत्ता" कहानी पर आधारित 10 रिक्त स्थानों को भरने के वाक्य दिए गए हैं, साथ में संकेत और संदर्भ। उत्तर अंत में दिए गए हैं।

1. मोर झील के किनारे एक ___ से मिला। 

2. मोर को अपने ___ पर गर्व था। 

3. सारस के पंख ___ थे। 

4. मोर के पंखों को ___ बताया गया है।

5. मोर के पंख ___ और भारी थे।

6. सारस के पंख उसे ___ की अनुमति देते थे। 

7. सारस के पंख हल्के और ___ थे।

8. सारस दुनिया को ___ से देख सकता था।

9. मोर को एहसास हुआ कि उसके पंखों का कोई व्यावहारिक ___ नहीं था।

10. कहानी हमें सिखाती है कि हमें सतही सुंदरता की बजाय ___ की सराहना करनी चाहिए।

उत्तर: 1. सारस, 2. पंखों, 3. सफेद, 4. चमचमाते, 5. भारी, 6. उड़ने, 7. मजबूत, 8. ऊपर, 9. उपयोग, 10. गुण

बिलकुल, यहाँ 10 "मिलान करें" जोड़े दिए गए हैं। कॉलम A में शब्द और कॉलम B में उनके संबंधित मिलान दिए गए हैं। उत्तर अंत में दिए गए हैं।

कॉलम A

1. मोर

2. सारस

3. झील

4. पंख

5. सफेद

6. भारी

7. उड़ान

8. चमचमाते

9. लालच

10. सुंदरता

कॉलम B

A. हल्के और मजबूत

B. पानी का शरीर

C. रंग-बिरंगे

D. सादे पंख

E. व्यावहारिक उपयोग नहीं

F. सतही

G. गर्व

H. आकाश में ऊँचा

I. आंतरिक गुण

J. बल

उत्तर:

1. मोर - C. रंग-बिरंगे

2. सारस - D. सादे पंख

3. झील - B. पानी का शरीर

4. पंख - A. हल्के और मजबूत

5. सफेद - D. सादे पंख

6. भारी - E. व्यावहारिक उपयोग नहीं

7. उड़ान - H. आकाश में ऊँचा

8. चमचमाते - G. गर्व

9. लालच - F. सतही

10. सुंदरता - I. आंतरिक गुण

 

बिलकुल, यहाँ "मोर और सारस: आंतरिक गुणों की महत्ता" कहानी पर आधारित 10 मौखिक प्रश्न और उनके उत्तर हिंदी में दिए गए हैं:

प्रश्न:1. मोर ने सारस से कहाँ मुलाकात की?

उत्तर: झील के किनारे।

प्रश्न:2. मोर को किस पर गर्व था?

उत्तर: अपने रंग-बिरंगे और चमचमाते पंखों पर।

प्रश्न:3. मोर ने सारस के पंखों को कैसे वर्णित किया?

उत्तर: फीके और सफेद।

प्रश्न:4. सारस ने कहा कि उसके पंख उसे क्या करने की अनुमति देते हैं?

उत्तर: ऊँचे आकाश में उड़ने और दुनिया को ऊपर से देखने की।

प्रश्न:5. प्रारंभ में मोर को सारस से श्रेष्ठ क्यों महसूस हुआ?

उत्तर: अपने सुंदर और रंगीन पंखों के कारण।

प्रश्न:6. सारस ने मोर के पंखों की क्या सीमा बताई?

उत्तर: वे भारी होते हैं और उसे नीचे की ओर खींचते हैं।

प्रश्न:7. सारस ने अपने पंखों की उपयोगिता कैसे बताई?

उत्तर: हल्के और मजबूत, जिससे वह उड़ सकता है।

प्रश्न:8. कहानी के अंत में मोर को क्या एहसास हुआ?

उत्तर: कि उसके सुंदर पंखों का कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं था, जबकि सारस उड़ने की क्षमता रखता था।

प्रश्न:9. मोर और सारस की कहानी कौन सा नैतिक पाठ सिखाती है?

उत्तर: कि आंतरिक गुण और क्षमताएं बाहरी सुंदरता से अधिक महत्वपूर्ण हैं।

प्रश्न:10. सारस से बात करने के बाद मोर का दृष्टिकोण कैसे बदल गया?

उत्तर: उसने समझा कि आंतरिक गुण सतही सुंदरता से अधिक मूल्यवान हैं।

 

बिलकुल, यहाँ "मोर और सारस: आंतरिक गुणों की महत्ता" कहानी पर आधारित 10 विस्तृत प्रश्न और उनके उत्तर हिंदी में दिए गए हैं:

प्रश्न:1. मोर और सारस की पहली मुलाकात कैसे और कहाँ हुई?

उत्तर: मोर और सारस की पहली मुलाकात झील के किनारे हुई। मोर अपने रंग-बिरंगे और चमचमाते पंखों के साथ वहां घूम रहा था जब उसने साधारण सफेद पंखों वाले सारस को देखा।

प्रश्न:2. मोर अपने पंखों के बारे में क्या सोचता था और उसने सारस के पंखों की तुलना में क्या कहा?

 उत्तर: मोर अपने रंग-बिरंगे और चमचमाते पंखों पर बहुत गर्व करता था। उसने सारस के फीके और सफेद पंखों की तुलना में अपने पंखों को श्रेष्ठ बताते हुए कहा कि सारस के पंख न तो आकर्षक हैं और न ही सुंदर।

प्रश्न:3. सारस ने अपने पंखों की क्या विशेषता बताई और कैसे वह मोर से भिन्न है?

उत्तर: सारस ने बताया कि उसके पंख हल्के और मजबूत हैं, जिससे वह ऊँचे आकाश में उड़ सकता है और दुनिया को ऊपर से देख सकता है। यह मोर के भारी पंखों से भिन्न है जो उसे केवल जमीन पर ही सुंदर दिखाते हैं।

प्रश्न:4. मोर ने सारस के पंखों को कैसे गलत समझा और उसने क्या प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: मोर ने सारस के पंखों को फीके और सफेद समझते हुए उन्हें कमतर आंका। उसने गर्व से अपने रंग-बिरंगे पंखों की प्रशंसा की और सारस के पंखों को महत्वहीन बताया।

प्रश्न:5. सारस ने मोर को अपने पंखों के क्या फायदे बताए?

उत्तर: सारस ने मोर को बताया कि उसके पंख हल्के और मजबूत हैं, जिससे वह ऊँचे आकाश में उड़ सकता है और व्यापक दृष्टिकोण से दुनिया को देख सकता है, जो मोर के भारी और रंग-बिरंगे पंख नहीं कर सकते।

प्रश्न:6. मोर के पंखों की सुंदरता का क्या व्यावहारिक उपयोग था?

उत्तर: मोर के पंखों की सुंदरता का कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं था। वे केवल दिखने में सुंदर थे और मोर को गर्व महसूस कराते थे, लेकिन उनके कारण मोर उड़ नहीं सकता था और वे भारी होने के कारण उसे नीचे खींचते थे।

प्रश्न:7. सारस ने मोर को कौन सा नैतिक सबक सिखाया?

उत्तर: सारस ने मोर को सिखाया कि आंतरिक गुण और क्षमताएं बाहरी सुंदरता से अधिक महत्वपूर्ण होती हैं। हल्के और मजबूत पंखों के कारण सारस ऊँचा उड़ सकता था, जो व्यावहारिक और उपयोगी था, जबकि मोर के पंख केवल सतही सुंदरता के लिए थे।

प्रश्न:8. मोर ने कहानी के अंत में क्या महसूस किया और उसकी सोच में क्या परिवर्तन आया?

उत्तर: कहानी के अंत में, मोर ने महसूस किया कि उसके सुंदर पंखों का कोई व्यावहारिक उपयोग नहीं था और उसने अपनी मूर्खता समझी। उसने यह भी समझा कि आंतरिक गुण और क्षमताएं अधिक महत्वपूर्ण हैं और बाहरी सुंदरता केवल सतही होती है।

प्रश्न:9. कहानी का मुख्य नैतिक क्या है और यह हमें क्या सिखाती है?

उत्तर: कहानी का मुख्य नैतिक यह है कि हमें आंतरिक गुणों और क्षमताओं की सराहना करनी चाहिए, न कि केवल बाहरी सुंदरता पर ध्यान देना चाहिए। यह हमें सिखाती है कि वास्तविक मूल्य और उपयोगिता आंतरिक गुणों में होती है, न कि केवल सतही दिखावे में।

प्रश्न:10. मोर और सारस की बातचीत ने मोर को कैसे बदल दिया?

उत्तर: मोर और सारस की बातचीत ने मोर की सोच को बदल दिया। उसने समझा कि उसकी सुंदरता के बावजूद, सारस की क्षमताएं अधिक मूल्यवान थीं। इस अनुभव ने मोर को आंतरिक गुणों की महत्ता को पहचानने और सतही सुंदरता को कम महत्व देने का सबक सिखाया।

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