साहस की शक्ति

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साहस की शक्ति

साहस की शक्ति

शांतिनगर के व्यस्त शहर में, एक छोटी लड़की माय की हिम्मत जागी। एक दिन, स्कूल से लौटते समय, उसने देखा कि पार्क के पास कुछ बड़े बच्चे एक छोटे लड़के, रवि, को तंग कर रहे थे। डर ने उसे घेर लिया, लेकिन उसने जानती थी कि वह इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं कर सकती।

माय का दिल तेजी से धड़क रहा था जब उसने उस समूह के पास पहुंची। “उसे छोड़ दो!” उसने कांपती आवाज़ में, लेकिन दृढ़ता से चिल्लाया। बदमाश हंसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही। “किसी छोटे को तंग करना सही नहीं है,” उसने कहा, उसके डर को अब दृढ़ निश्चय ने बदल दिया।

बदमाशों के नेता, सूरज, ने तिरस्कार से उसकी ओर देखा और एक कदम आगे बढ़ाया। अंदर ही अंदर डर के बावजूद, माय पीछे नहीं हटी। उसने जानती थी कि रवि के लिए खड़ा होना सही काम था। “अगर तुम उसे नहीं छोड़ोगे, तो मैं प्रिंसिपल और तुम्हारे माता-पिता को बता दूंगी,” उसने चेतावनी दी।

सूरज झिझका, फिर तिरस्कार से मुंह बनाते हुए अपने दोस्तों को जाने का इशारा किया। जब वे चले गए, तो माय ने रवि को उठने में मदद की। “धन्यवाद,” रवि ने आँखों में आँसू के साथ कहा।

उस दिन, माय ने सीखा कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की ताकत है। उसकी बहादुरी ने न केवल रवि को बचाया, बल्कि शांतिनगर में औरों को भी बदमाशी के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित किया।

बिल्कुल! यहां कहानी "साहस की शक्ति" पर आधारित 10 रिक्त स्थान भरने के प्रश्न दिए गए हैं, साथ ही संकेत और उत्तर नीचे दिए गए हैं:

1. माय ने शांतिनगर के व्यस्त शहर में अपना _______ खोजा।

   - संकेत: डर का सामना करने की ताकत।

   - संदर्भ: "एक छोटी लड़की माय की हिम्मत जागी।"

2. माय ने देखा कि कुछ बड़े बच्चे एक छोटे लड़के, रवि, को _______ कर रहे थे।

   - संकेत: तंग करना या धमकाना।

   - संदर्भ: "उसने देखा कि पार्क के पास कुछ बड़े बच्चे एक छोटे लड़के, रवि, को तंग कर रहे थे।"

3. डर ने उसे घेर लिया, लेकिन उसने जानती थी कि वह इस स्थिति को _______ नहीं कर सकती।

   - संकेत: नजरअंदाज करना।

   - संदर्भ: "डर ने उसे घेर लिया, लेकिन उसने जानती थी कि वह इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं कर सकती।"

4. माय का दिल तेजी से _______ जब उसने उस समूह के पास पहुंची।

   - संकेत: तेजी से धड़कना।

   - संदर्भ: "माय का दिल तेजी से धड़क रहा था जब उसने उस समूह के पास पहुंची।"

5. “उसे छोड़ दो!” उसने कांपती आवाज़ में, लेकिन _______ से चिल्लाया।

   - संकेत: दृढ़ता।

   - संदर्भ: "उसने कांपती आवाज़ में, लेकिन दृढ़ता से चिल्लाया।"

6. बदमाश _______ लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।

   - संकेत: मजाक उड़ाना।

   - संदर्भ: "बदमाश हंसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।"

7. अंदर ही अंदर डर के बावजूद, माय पीछे नहीं _______।

   - संकेत: हटना।

   - संदर्भ: "अंदर ही अंदर डर के बावजूद, माय पीछे नहीं हटी।"

8. “अगर तुम उसे नहीं छोड़ोगे, तो मैं प्रिंसिपल और तुम्हारे _______ को बता दूंगी,” उसने चेतावनी दी।

   - संकेत: अभिभावक।

   - संदर्भ: "अगर तुम उसे नहीं छोड़ोगे, तो मैं प्रिंसिपल और तुम्हारे माता-पिता को बता दूंगी।"

9. जब वे चले गए, तो माय ने रवि को उठने में _______ की।

   - संकेत: खड़े होने में मदद करना।

   - संदर्भ: "जब वे चले गए, तो माय ने रवि को उठने में मदद की।"

10. माय ने सीखा कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की _______ है।

    - संकेत: ताकत।

    - संदर्भ: "माय ने सीखा कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की ताकत है।"

उत्तर:

1. साहस, 2. तंग, 3. नजरअंदाज, 4. धड़कना, 5. दृढ़ता, 6. हंसने, 7. हटी, 8. माता-पिता, 9. मदद, 10. ताकत

बिल्कुल! यहां कहानी "साहस की शक्ति" पर आधारित 10 मिलान करें के प्रश्न दिए गए हैं:

कॉलम ए:

1. माय

2. रवि

3. बदमाशी

4. सूरज

5. साहस

6. दृढ़ता

7. डर

8. प्रिंसिपल

9. माता-पिता

10. शांति

कॉलम बी:

A. जिसे बदमाशी का शिकार बनाया जा रहा था।

B. वह जिसने बदमाशी के खिलाफ खड़ा हुआ।

C. सही काम करने की ताकत।

D. समूह का नेता।

E. स्कूल का प्रमुख।

F. हंसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।

G. अंदर ही अंदर महसूस किया।

H. जिसे माय ने चेतावनी दी थी।

I. जिन्हें माय ने धमकी दी थी कि उन्हें बताया जाएगा।

J. जो बदमाशी के बाद गाँव में महसूस हुई।

उत्तर:

1. माय - B. वह जिसने बदमाशी के खिलाफ खड़ा हुआ।

2. रवि - A. जिसे बदमाशी का शिकार बनाया जा रहा था।

3. बदमाशी - F. हंसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।

4. सूरज - D. समूह का नेता।

5. साहस - C. सही काम करने की ताकत।

6. दृढ़ता - F. हंसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।

7. डर - G. अंदर ही अंदर महसूस किया।

8. प्रिंसिपल - E. स्कूल का प्रमुख।

9. माता-पिता - I. जिन्हें माय ने धमकी दी थी कि उन्हें बताया जाएगा।

10. शांति - J. जो बदमाशी के बाद गाँव में महसूस हुई।

 

बिल्कुल! यहां कहानी "साहस की शक्ति" पर आधारित 10 मौखिक प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

प्रश्न:1. माय कहाँ रहती थी?

उत्तर: माय शांतिनगर के व्यस्त शहर में रहती थी।

प्रश्न:2. माय ने स्कूल से लौटते समय क्या देखा?

उत्तर: माय ने देखा कि कुछ बड़े बच्चे पार्क के पास एक छोटे लड़के रवि को तंग कर रहे थे।

प्रश्न:3. रवि को तंग होते देखकर माय कैसा महसूस कर रही थी?

उत्तर: माय को डर महसूस हुआ, लेकिन उसने जानती थी कि वह इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं कर सकती।

प्रश्न:4. माय ने बदमाशों को क्या चिल्लाकर कहा?

उत्तर: माय ने चिल्लाकर कहा, “उसे छोड़ दो!”

प्रश्न:5. माय के हस्तक्षेप पर बदमाशों ने कैसे प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: बदमाश हँसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही।

प्रश्न:6. माय ने बदमाशों को क्या चेतावनी दी?

उत्तर: माय ने बदमाशों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने रवि को नहीं छोड़ा तो वह प्रिंसिपल और उनके माता-पिता को बता देगी।

प्रश्न:7. बदमाशों के नेता सूरज ने माय के प्रति कैसे प्रतिक्रिया दी?

उत्तर: सूरज ने तिरस्कार से देखा और माय की ओर कदम बढ़ाया।

प्रश्न:8. माय ने अंदर ही अंदर डर महसूस करने के बावजूद क्या किया?

उत्तर: अंदर ही अंदर डर महसूस करने के बावजूद, माय पीछे नहीं हटी और अपने स्थान पर डटी रही।

प्रश्न:9.बदमाशों के चले जाने के बाद माय ने क्या किया?

उत्तर: बदमाशों के चले जाने के बाद, माय ने रवि को उठने में मदद की।

प्रश्न:10. इस अनुभव से माय ने क्या महत्वपूर्ण सबक सीखा?

उत्तर: माय ने सीखा कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की ताकत है।

 

बिल्कुल! यहां कहानी "साहस की शक्ति" पर आधारित 10 विस्तृत प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

प्रश्न:1. माय कहाँ रहती थी और वहाँ का माहौल कैसा था?

उत्तर: माय शांतिनगर के व्यस्त शहर में रहती थी। वहाँ का माहौल हंसमुख और जीवंत था, लेकिन कुछ बुराइयों और समस्याओं से भी भरा हुआ था।

प्रश्न:2. माय ने स्कूल से लौटते समय क्या देखा और उसने कैसा महसूस किया?

उत्तर: माय ने देखा कि कुछ बड़े बच्चे पार्क के पास एक छोटे लड़के, रवि, को तंग कर रहे थे। इसे देखकर माय को डर महसूस हुआ, लेकिन उसने जानती थी कि वह इस स्थिति को नजरअंदाज नहीं कर सकती।

प्रश्न:3. माय ने बदमाशों के समूह के पास जाने का साहस कैसे दिखाया?

उत्तर: माय का दिल तेजी से धड़क रहा था जब उसने उस समूह के पास पहुंची। उसने अपनी आवाज़ में दृढ़ता लाते हुए चिल्लाया, “उसे छोड़ दो!” हालांकि उसकी आवाज़ कांप रही थी, फिर भी उसने अपने डर पर काबू पाया।

प्रश्न:4. बदमाशों ने माय के हस्तक्षेप पर कैसे प्रतिक्रिया दी और माय ने क्या किया?

उत्तर: बदमाश हँसने लगे, लेकिन माय ने अपने स्थान पर डटी रही। उसने कहा, “किसी छोटे को तंग करना सही नहीं है,” और अपने डर को दूर करते हुए दृढ़ता से खड़ी रही।

प्रश्न:5. बदमाशों के नेता सूरज ने माय के प्रति कैसे प्रतिक्रिया दी और माय ने क्या जवाब दिया?

उत्तर: सूरज ने तिरस्कार से माय की ओर कदम बढ़ाया, लेकिन माय पीछे नहीं हटी। उसने सूरज को चेतावनी दी, “अगर तुम उसे नहीं छोड़ोगे, तो मैं प्रिंसिपल और तुम्हारे माता-पिता को बता दूंगी।”

प्रश्न:6. बदमाशों ने माय की चेतावनी पर कैसे प्रतिक्रिया दी और परिणामस्वरूप क्या हुआ?

उत्तर: सूरज झिझका, फिर तिरस्कार से मुंह बनाते हुए अपने दोस्तों को जाने का इशारा किया। बदमाश चले गए, और माय ने रवि को उठने में मदद की। रवि ने आँखों में आँसू के साथ माय को धन्यवाद कहा।

प्रश्न:7. माय ने रवि की मदद करने के बाद कैसा महसूस किया और उसने क्या सीखा?

उत्तर: रवि की मदद करने के बाद, माय ने गर्व और संतोष महसूस किया। उसने सीखा कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की ताकत है।

प्रश्न:8. इस घटना के बाद माय का रवैया और सोच कैसे बदल गए?

उत्तर: इस घटना के बाद, माय का रवैया और सोच अधिक सकारात्मक और आत्मविश्वास से भरे हो गए। उसने समझा कि सही काम करने के लिए डर का सामना करना और दृढ़ रहना आवश्यक है।

प्रश्न:9. माय के इस साहसिक कार्य का उसके आसपास के लोगों पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर: माय के इस साहसिक कार्य ने उसके आसपास के लोगों को भी प्रेरित किया। उसकी बहादुरी ने अन्य बच्चों को बदमाशी के खिलाफ खड़े होने का हिम्मत दी और शांतिनगर में एक सकारात्मक बदलाव लाया।

प्रश्न:10. इस कहानी का मुख्य संदेश क्या है और इसे अपनाने से जीवन में क्या बदलाव आ सकते हैं?

उत्तर: इस कहानी का मुख्य संदेश यह है कि साहस का मतलब डर का अभाव नहीं है, बल्कि इसके बावजूद सही काम करने की ताकत है। इसे अपनाने से जीवन में सकारात्मकता, आत्मविश्वास, और नैतिकता बढ़ती है, जिससे हम हर कठिनाई का सामना कर सकते हैं और सही के लिए खड़े हो सकते हैं।

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